मस्जिद और मजार पर चला बुलडोजर गांधीनगर के पास मुस्तफा मस्जिद और तासीर अली शाह बाबा का मजार शहीद कर दिया गया।
वक्फ टुडे (दिल्ली) मुफ्ती अब्दुर्रहीम।

गांधीनगर थाना इलाके के कैलाश नगर में मौजूद यहां पुराना जो लोहे वाला पुल है आईरन ब्रिज उसके करीब में जो शास्त्री पार्क को रास्ता जाता है वहां एक मजार और मस्जिद मुस्तफा अली मस्जिद और यह तासीर अली शाह बाबा का मजार इन दोनों के ऊपर बुलडोजर की कार्यवाही को अंजाम दे दिया गया। दरअसल आज सुबह ही यहां पर बुलडोजर पहुंची और पूरे दलबल के साथ में पुलिस के साथ में कर्मचारी जहां पहले अली शाह बाबा का मजार होता था यह आप तस्वीर मे देख सकते हैं।
यह ब्लैक कलर का जो एक कपड़ा पड़ा हुआ है यह उनकी दरगाह थी और इस पूरे हिस्से में यहां बुलडोजर चला कर के इसको खत्म कर दिया गया और अली शाह बाबा के मजार के बिल्कुल साथ में मस्जिद का पोर्शन था जहां पर पांच वक्त की नमाज हुआ करती थी। और यह मस्जिद मुस्तफा अली कहलाती थी यह कितना सब पुराना था क्या कुछ था इसके बारे में नहीं मालूम लेकिन जो मस्जिद के मूतवल्ली है और जिम्मेदारान है। उन्होंने बताया के पहले तो एक रेलवे की तरफ से नोटिस यहां लगाया था वह दिखाना चाहता हूं वह आप तस्वीर में देख सकते हैं और उसमें क्या कुछ लिखा था उसे पढ़ सकते हैं
रेलवे द्वारा अवैध मजार हटाने का नोटिस जारी
दिल्ली, 13 जुलाई 2024 यमुना ब्रिज और दिल्ली शाहदरा के बीच किलोमीटर 2/16 से 2/22 नॉर्थ लाइन के किमी (कैलाश नगर क्षेत्र) में रेलवे भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई मजार को लेकर रेलवे प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि 13 जुलाई 2024 से पहले इस अवैध मजार को स्वयं ही हटा लिया जाए। रेलवे प्रशासन ने बताया कि इस मजार के कारण नए रेलवे ब्रिज और ट्रैक निर्माण का कार्य बाधित हो रहा है। अगर मजार स्वयं नहीं हटाई गई, तो पुलिस एवं अन्य स्टाफ की सहायता से इसे 13 जुलाई 2024 को हटाया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि हटाने के दौरान किसी भी प्रकार की होने वाली क्षति के लिए रेलवे प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा।
गौरतलब बात यह है कि स्थानीय लोगों से बात करने से पता चला कि यह मजार और मस्जिद दिल्ली वक्फ बोर्ड में पंजीकृत नहीं कराई गई थी। वक्फ वेलफेयर फॉर्म शुरू से ही इस बात पर जोर दे रही है और लोगों में एक जागरूकता अभियान चला रही है के जितनी भी ईबादत गाहे हैं उनका रजिस्ट्रेशन किया जाए और जो खाली जमीन पड़ी है जो कब्जा कर लिया जा रहा है उनको उन कब्जे से बचाया जाए फोरम कई केस लड़ रही है और काफी हद तक कामयाबी मिली है।