लखनऊ, आगरा, नोएडा, गोरखपुर, वाराणसी समेत कई शहरों की रैंकिंग में अभूतपूर्व सुधार
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उत्तर प्रदेश सभी महत्वपूर्ण मापदंडों पर राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर उभरा
स्वच्छता को संस्कार” बनाने की दिशा में प्रयास करें नगरीय निकाय:मंत्री श्री ए. के. शर्मा
लखनऊ, 18 जुलाई 2025
स्वच्छ भारत मिशन की भावना को साकार करते हुए उत्तर प्रदेश ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में शानदार प्रदर्शन किया है। राज्य के प्रमुख नगरों लखनऊ, आगरा, नोएडा, प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी समेत कई नगरीय क्षेत्रों की रैंकिंग में ऐतिहासिक उछाल आया है। न सिर्फ बड़े महानगर बल्कि हाल ही में ग्राम्य क्षेत्र से शहरी निकायों में तब्दील हुई नगर पंचायतों और पालिकाओं ने भी स्वच्छता की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है।यह उपलब्धि प्रदेश के शहरी परिदृश्य में हो रहे तेज परिवर्तन और जन सहभागिता आधारित सुशासन का प्रमाण है।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने इस अवसर पर प्रदेश के समस्त स्वच्छता कर्मियों, नगर निकायों के नेतृत्व, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि—
श्री शर्मा ने यह भी कहा कि विभाग द्वारा अपनाए गए स्मार्ट मॉनिटरिंग, वार्डवार मूल्यांकन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, डोर टू डोर कलेक्शन, सीवरेज सुधार, जनसुनवाई, और ‘जनभागीदारी मॉडल’ ने नगरों की स्वच्छता रैंकिंग को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में निर्णायक भूमिका निभाई है।
मिलियन प्लस जनसंख्या वाले शहरों में यूपी के कुल आठ नगर निगम
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के अंतर्गत मिलियन प्लस शहरों में यूपी के कुल 08 शहरों ने स्थान बनाया, जिसमें तीसरे स्थान पर लखनऊ (सेवन स्टार,वाटर+), दसवें स्थान पर आगरा(फाइव स्टार,वाटर+),ग्यारहवें स्थान पर गाजियाबाद (फाइव स्टार,वाटर +),बारहवें स्थान पर प्रयागराज(फाइव स्टार, वाटर +), तेरहवें स्थान पर कानपुर(फाइव स्टार,वाटर +), सत्रहवें स्थान पर वाराणसी(थ्री स्टार,वाटर+), तेईसवें स्थान पर मेरठ(वन स्टार,वाटर+),छब्बीसवें स्थान पर अलीगढ़(वन स्टार, ओडीएफ ++) ने स्थान बनाया है।
बड़े शहरों में यूपी के कुल आठ शहर
तीन से दस लाख की आबादी वाले बड़े शहरों में यूपी के कुल 08 शहरों ने अपना स्थान बनाया है, इसमें चौथे स्थान पर गोरखपुर नगर निगम,दसवें स्थान पर मुरादाबाद नगर निगम, ग्यारहवें स्थान पर मथुरा वृंदावन नगर निगम,बारहवें स्थान पर फिरोजाबाद नगर निगम, सोलहवें स्थान पर सहारनपुर नगर निगम, सत्रहवें स्थान पर झांसी नगर निगम, बीसवें स्थान पर बरेली और 28 में स्थान पर अयोध्या नगर निगम ने बाजी मारी है।
मध्यम शहरों में यूपी के तीन शहर
मध्यम शहरों में तीन लाख तक की आबादी वाले मध्यम शहरों में कुल तीन शहरों ने जगह बनाई है। इसमें उन्तीसवे स्थान पर बिजनौर नगर पालिका परिषद, चौंतीसवें स्थान पर मोदीनगर नगर पालिका परिषद और चौवनवें स्थान पर हरदोई नगर पालिका परिषद है।
छोटे शहरों में यूपी के तीन शहर
पचास हजार जनसंख्या वाले छोटे शहरों में भी उत्तर प्रदेश के कुल तीन शहरों ने अपना स्थान सुरक्षित किया है,इसमें तेरहवें स्थान पर अनूपशहर नगर पालिका परिषद, बाईसवें स्थान पर सिधौली नगर पंचायत और सरसठवें स्थान पर खैरागढ़ नगर पंचायत ने स्थान बनाया है।
प्रदेश के अनेक नगर निगम, नगर पालिकाएं और नगर पंचायतें इस वर्ष की रैंकिंग में पिछले वर्षों की तुलना में कई पायदान ऊपर पहुंची हैं। इस स्वच्छ सर्वेक्षण में एक और खास बात यह देखेंगे उत्तर प्रदेश सभी महत्वपूर्ण मापदंडों पर राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर उभरा और यह सब हुआ सिर्फ सरकारी आंकड़ों के आधार पर नहीं बल्कि नागरिकों के विचार एवं प्रमाण से भी। यह साफ़ संकेत है कि सुशासन, तकनीकी नवाचार और सामाजिक सहभागिता ने मिलकर उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में स्थायी स्वच्छता संस्कृति को जन्म दिया है।
नगर विकास विभाग द्वारा आगामी समय में इस अभियान को और अधिक प्रभावशाली बनाने हेतु हर वार्ड में कंपोस्टिंग यूनिट, प्लास्टिक निषेध योजना, और जीरो वेस्ट सिटी मॉडल को तेजी से लागू किया जा रहा है।



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