हज की 13000 सीटें रह गईं खाली, सभी 18172 आवेदकों का जाना तय।
संभावित हज कोटे की सीटों से कम हुए आवेदन, चयन के लिए नहीं होगी लॉटरी

लखनऊ। हज यात्रियों के चयन के लिए इस बार भी लॉटरी नहीं होगी। प्रदेश की संभावित हज कोटे की सीटों से कम आवेदन होने की वजह से सभी 18172 आवेदकों का हज पर जाना लगभग तय है। ऐसे में प्रदेश के हज कोटे की करीब 13828 सीटें खाली रह जाएंगी।
हज के लिए देशभर में 7 जुलाई से आवेदन शुरू हुए थे। आवेदन में सुस्ती को देखते हुए हज कमेटी ऑफ इंडिया ने अंतिम तिथि बढ़ाकर 7 अगस्त की थी।
अंतिम तिथि समाप्त होने तक प्रदेशभर से 20 हजार पंजीकरण प्राप्त हुए थे। इनमें छंटनी के बाद 18172 आवेदन सही पाए गए हैं, जबकि प्रदेश का संभावित हज कोटा 32 हजार सीटों का है। बीते साल हज पॉलिसी में संशोधन के बाद आवेदन में भारी कमी देखी गई।
नई पॉलिसी में 12 साल से कम उम्र के बच्चों पर पाबंदी लगाई गई है। वहीं, महिला और पुरुष हज यात्रियों को अलग-अलग कमरों में ठहराए जाने की बात कही गई है।
राज्य हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि 9678 पुरुष और 8494 महिलाओं ने आवेदन किया है। 65 साल से ऊपर की बुजुर्ग श्रेणी में कुल 1586 आवेदन हुए हैं, जबकि 45 साल से ऊपर की बगैर महरम श्रेणी में 57 महिलाओं और 65 साल से ऊपर की 18 महिलाओं ने हज के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने बताया कि सभी आवेदकों का बगैर लॉटरी के चयनित होने की मुमकिन है।
गौर तलब है कि बीते सालो में यह देखने को मिल रहा है कि लगातार सरकार के तरफ से हज को लेकर लोगों में दिलचस्बी कम होती जा रही है । वजूहात और भी है लेकिन बदइंतजामियो के वजह से हैसियत वाले लोग प्राइवेट टूर ऑपरेट से जाना पसंद करने लगे है ।


