
आगरा शाही जामा मस्जिद इमाम के हुजरे पर कब्जे को लेकर विवाद बढ़ा और एक और FIR दर्ज ।
वक्फ टुडे
लखनऊ : आगरा शाही मस्जिद के लेकर विवाद गहरा गया और वक्फ बोर्ड के कर्मियों की मिली भगत से फर्जी लेटर जारी को लेकर एक FIR पूर्व में दर्ज हो चुकी है।
विवेचना अधिकारी ने विवेचना की शुरू इसमें वक्फ बोर्ड के कर्मचारी, RTI एक्टिविस्ट, फर्जी वकील और आगरा शहर से कुछ ऐसे नाम भी जुड़े है जो वक्फ लैंड माफिया और वक्फ बोर्ड से साठ गांठ है और पूर्व सीईओ , अशर्फी के दौर भी इलीगल तरीके से वक्फ की बेशकीमती जमीन फरजाना बाग , हरिपर्वत और शाहगंज ( जब्बार एंड सांस) बिल्डर्स की मदद की गई। इन सभी बिंदुओं पे जांच चल रही है।
इरफान उल्लाह निजामी ने थाना मंटोला में तहरीर देकर चेयरमैन जाहिद कुरैशी सहित 03 लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तहरीर के अनुसार, जाहिद कुरैशी की सह पर सबाब, अमन और वकील नामक व्यक्तियों ने मस्जिद स्थित इमाम के हुजरे पर कब्जा कर सामान बाहर फेंक दिया। घटना इमाम की गैरमौजूदगी में हुई विरोध करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी।
अहमद रजा का कहना है कि यह कब्जा बिना वक्फ बोर्ड, DM और पुरातत्व विभाग की अनुमति के कराया है।
मामले में आरोपी जाहिद कुरैशी पर पहले से करीब 12 मुकदमे दर्ज हैं एक और मुकदमा थाना मंटोला में दर्ज हुआ।
आमिर कादरी, आगरा 





