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जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ 09 दिसम्बर 2025 को वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से सम्प्रति चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण-2026 से सम्बन्धित विविध गतिविधियों की समीक्षा की गयी।

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री मनीष गर्ग की अध्यक्षता में प्रदेश के समस्त मण्डलायुक्त/रोल प्रेक्षक, विशेष रोल प्रेक्षक, समस्त जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ 09 दिसम्बर 2025 को वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से सम्प्रति चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण-2026 से सम्बन्धित विविध गतिविधियों की समीक्षा की गयी।

वक्फ टुडे

लखनऊ : समीक्षा में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन, मैपिंग तथा असंग्रहीत गणना प्रपत्रों के विषय में विस्तृत रूप से सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से स्थिति ज्ञात की गयी। प्रदेश में कुल 15,44,30,092 करोड़ मतदाताओं के गणना प्रपत्र के सापेक्ष 98.14 प्रतिशत गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है। इन डिजिटाइज्ड गणना प्रपत्रों में 79.95 प्रतिशत गणना प्रपत्र मतदाता अथवा उसके परिवार के सदस्य के हस्ताक्षर उपरान्त प्राप्त हुए है। डिजिटाइज्ड गणना प्रपत्रों में 18.48 प्रतिशत गणना प्रपत्रों को असंग्रहीत (Uncollectable) यथा मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित, अनुपस्थित तथा दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाताओं आदि की श्रेणी में चिन्हित किया गया है।

इस सम्बन्ध में समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों को मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित, अनुपस्थित तथा दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाताओं के पुनः सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए गए। जिन मतदेय स्थलों पर बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) द्वारा शत प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है वहां पर बीएलओ द्वारा अपने बूथ के असंग्रहीत (Uncollectable) मतदाताओं की सूची मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेण्ट (बीएलए) को उपलब्ध करायी जाए। 12 दिसम्बर, 2025 तक सभी बीएलओ के साथ बीएलए की बैठक कराये जाने के निर्देश दिए गए।

मतदाताओं अथवा उसके परिवार के सदस्य के हस्ताक्षर से प्राप्त गणना प्रपत्रों में से वर्ष-2003 की मतदाता सूची से मैप्ड मतदाताओं का प्रतिशत 72.90 प्रतिशत है तथा 27.10 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग अभी शेष है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया कि वे मैपिंग का कार्य शीघ्र पूर्ण करा लें ताकि कम से कम संख्या में नोटिस जारी हो।

गणना अवधि में फार्म-6 कम संख्या में प्राप्त हो रहे हैं, अतः यह निर्देशित किया गया कि जिला निर्वाचन अधिकारी अपने जनपद की विधानसभाओं में फार्म-6 प्राप्त होने की समीक्षा कर लें। यदि किसी निर्वाचक का नाम वर्ष-2025 की निर्वाचक नामावली में न होने के कारण गणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हुए हैं तो ऐसे निर्वाचकों से फार्म-6 भरवा लिए जाएं। जो युवा 01 जनवरी, 2026 को 18 वर्ष के हो रहे हैं, उनको मतदाता बनाने के लिए फार्म-6 भरवाये जाने के निर्देश दिये गये।

 

जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि प्रत्येक मतदेय स्थल पर बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) और मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल एजेण्टों (बीएलए) की बैठक कर ली जाए तथा जिला निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर बीएलओ और बीएलए की बैठक का कार्यवृत्त एवं मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित, क्षेत्र में न पाये जाने वाले अथवा कहीं और रजिस्टर्ड मतदाताओं की सूचियां अपलोड कर दी जाएं।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में अब तक 09 जनपदों एवं 88 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा 1,31,308 मतदेय स्थलों में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है।

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