12 हजार हेक्टेयर वक्फ जमीन चली गयी. एमबी पाइल

विजयपुर. 1 नवम्बर ) वक्फ टुडे
जिला विजयपुर में वक्फ प्रशासन की लापरवाही के कारण लगभग बारह हजार एकड़ जमीन वक्फ के हाथ से कब की निकल चुकी है. उद्योग राज्य मंत्री एमबी पायल, जो जिला पर्यवेक्षक हैं, ने आज यहां योम कांडा राज्य उत्सव के एक आधिकारिक समारोह में भाग लेने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उस समय वक्फ के प्रभारियों द्वारा उक्त वक्फ भूमि का निबंधन नहीं किये जाने के कारण इनाम उन्मूलन अधिनियम एवं भूमि फार्म अधिनियम के तहत ऐसी जमीनें किसानों के बीच बांट दी गयीं. इस तरह वक्फ विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग भी वक्फ की संपत्तियों और स्वामित्व की रक्षा करने में हमेशा विफल रहा है और अब मुद्दा यह उठाया गया है कि वक्फ की संपत्ति और स्वामित्व चले जाने का डर है। वक्फ. पायल ने कहा कि उक्त वक्फ की हजारों एकड़ जमीन जो काफी पहले वक्फ के हाथ से निकल गयी थी, वर्तमान स्थिति में उसका निपटान संभव नहीं है. इस संदर्भ में, राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और वित्त राज्य मंत्रीकृ ष्णबैज गौड़ा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि
उक्त खोई हुई वक्फ भूमि अब वापस नहीं मिलेगी
अन्यथा एक और विवाद खड़ा हो जायेगा. पाटिल ने कहा
कहा कि भाजपाइयों की ओर से प्रदेश
वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान को हटाया गया
इस संबंध में सभी से मांग की जा रही है
पहले बीजेपी नेताओं के गिरेबान में
आपको एक नजर डालनी चाहिए. क्योंकि पूर्व बी.जे
उस समय की सत्ताधारी पीके सरकारों में
राज्य के मुख्यमंत्री और वक्फ मंत्री ने कई एकड़ निजी भूमि हिंदुओं को समर्पित की
रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इस प्रकार कुमार
स्वामी के कार्यकाल में 2006 में चक
मैंगलोर के एक गांव गगन हिली जालेन के चार मामलों में वक्फ को पहानिस के कॉलम में दर्ज किया गया था, जो 2008-2013 में दर्ज किया गया था।
और 2019-2023 में इतने सारे हिंदू
के भू-अभिलेखों में वक्फ दर्ज किया गया
है हंगामा करना एक आधिकारिक काम है
मचाना केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है
मौजूदा विवाद में ज़मीर अहमद खान ने इस्तीफा दे दिया है
नहीं बल्कि कई बीजेपी विधायक होंगे
इस मामले में बोलने वाले को इस्तीफा दे देना चाहिए
बाटनागर बना कर जिलों का दौरा कर रहे हैं वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं. मंत्री
इससे पहले डॉ. बी.आर. अम्बेडकर स्टेडियम में राज्य उत्सव का रंगारंग प्रदर्शन
समारोह में राष्ट्रीय एवं राजकीय ध्वज फहराकर पुलिस एन
सीसी, स्काउट्स और गाइड्स के कैडेटों की ओर से शुभकामनाएं
एक रैली को संबोधित करते हुए ली और राज्य
पुनर्निर्माण के इतिहास पर प्रकाश डालना
पता चला कि तत्कालीन में से एक
1955 में सुप्रीम कोर्ट के एक हज फ़ज़ल अली के नेतृत्व में एक आयोग का गठन किया गया, जिसकी रिपोर्ट पर 1 नवंबर, 1956 को मैसूर को कोराइस्ट का नाम दिया गया। उन्होंने विजयपुर जिले के सर्वांगीण विकास के लिए किये गये उपायों की लंबी फेहरिस्त पढ़ते हुए कहा कि विजयपुर जिले को एक मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया गया है. पाटिल ने कहा कि यहां स्थापित हो रहे हवाई अड्डे के सभी कार्यों के पूरा होने में देरी का कारण यह है कि पर्यावरण विभाग की ओर से कोई आपत्ति नहीं होने का मामला सुप्रीम कोर्ट में सुना जा रहा है और हां, हवाई अड्डे, विमान मंजूरी, अग्निशमन के लिए लड़ाई-झगड़े और मसल्स के टिंडर नहीं मिल रहे हैं: हो रहे हैं. उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक
इस मौके पर वह मौजूद रहे